8 March को International Women’s Day के नाम से जाना जाता है पूरी दुनिया में इसको बहुत ही सम्मान से मनाया जाता है इसी तरह से INDIA में भी Women’s day को आदर्श और सम्मान के साथ मनाते है क्यूंकि भारत में ऐसी कई Most Braver and Helpful Women’s थी और अभी भी है जिनके साहस एवं बलिदान को हम कभी भी नहीं भूल सकते।
जिन्होंने हमें समाज में रहना सिखाया और हमारे दिलों मे देश के प्रति प्रेम भावना का विकास किया हम आपको India की उन महिलाओं के बारे में बताने जा रहे है जिनके सम्मान में हम लोग Women’s day को गर्व से मना रहे हैं।
रानी लक्ष्मी बाई – एक ऐसी महिला जिनकी हिम्मत को पूरी दुनिया जानती है इन्होने अंग्रेजो के खिलाफ जंग लड़ी थी और पुरे विशव को यह दिखा दिया था की महिला शक्ति में कितना साहस है इनके साहस के सामने लाखो अंग्रेजो का साहस कम पड़ गया था हालांकि युद्ध मे रानी लक्ष्मी बाई वीर गति को प्राप्त हो गयी थी पर उन्होंने एक मिसाल कायम कर दी।
मदर टेरेसा – यह रोम की एक एक अत्यंत दयालू औरत थी जिन्होंने लोगो की Help करने को अपना धर्म बना लिया था आज अगर कही भी वीमेन power का नाम लिया जाता है तो मदर टेरेसा नाम सबसे पहले लिया जाता है A Great Social Worker जिन्होंने दुनिया को बिना किसी भेदभाव के जीना सिखाया और हमेशा लोगों की मदद करना सिखाया।
सोनिया गांधी – कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष जिन्होंने महिलाओं की राजनीती की दुनिया में एक नयी पहचान बनाई सोनिया गांधी विश्व की शक्तीशाली महिलाओं में शुमार है फ़ोर्ब्स मैगज़ीन में इनका नाम शक्तिशाली महिलाओं में शामिल है।
IPS किरण बेदी – इनको कोन नहीं जानता यह भारत की सबसे पहली महिला आई पी एस अधिकारी बनी और इस पद पर रहते हुए इन्होने बहुत इमानदारी और साहस के साथ देश को नयी रह प्रदान करी अब यह समाज सेवी के रूप में कर कर रही है।
मैरीकॉम – महान मुक्केबाज जिन्होंने खेल जगत में इतिहास रच दिया इन्होने 5 बार लगातार international chempianship जीती इनको साल 2006 पद्मश्री पुरुष्कार दिया गया और 2009 में इनको राजीव गांधी खेल रत्न दिया गया जो बहुत बड़ी गर्व की बात है इन्होने भारतीय महिलाओं में हिम्मत और जुनून का ज़ज्बा पैदा किया।
अन्य महिलाएं जिन्होंने भारत को नयी राह प्रदान कि – मेघा पाटकर (समाज सेविका), चंदा कोचर (ICICI बैंक की प्रबंध निदेशक), इरोम शर्मिला (आयरन लेडी सामाजिक सेविका), रेणुका रामनाथ (मशहूर कारोबारी एवं समाज सेविका) यह ऐसी महिलाएं है जिनके रुतबे को पूरा देश सलाम करता है।
असल में यह अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही महिलाओं की Respect करने और उनकी कामयाबी का जश्न मनाने के लिए विशेष दिन है दोस्तों शायद आपको मालुम नहीं की प्रारंभ कल में वोमेन को बराबर का हिस्सा नहीं दिया गया था बल्कि उनके साथ भेद भाव का बर्ताव किया जाता था।
इसी भेद-भाव और कम वेतन की Policy को खत्म करने के लिए 1908 में, अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में वोट अधिकार मांगने के लिए 15,000 वोमेन्स नें एक मार्च- पास्ट किया इनका लक्ष्य था कि महिलाओं के कार्यकाल को कम किया जाए अच्छा वेतन दिया जाए।
उसके एक साल बाद अमेरिकी समाजवादी पार्टी की घोषणा के तहत संयुक्त अमेरिका में First राष्ट्रीय महिला दिवस 28 February 1909 को मनाया गया इसके बाद फिर 1910 में Clera Jetkin जो की जर्मनी के सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी की महिला कार्यालय के नेता थी उन्होंने इसको International Women’s Day के रूप में मनाने का विचार किया।
उन्होंने सुझाव दिया कि महिलाओं को अपनी मांगों को आगे बढ़ाने के लिए हर देश में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाना चाहिए यह महिलाओं के हित में एक बहुत बड़ा फेसला साबित हुआ फिर इसके बाद एक और सम्मेलन हुआ जिसमें 19 देशों के 120 से अधिक महिलाएं इस पर अपनी सहमती रखी।
और इस तरह से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की स्थापना हुई और उस समय महिलाओं का मुख्य उद्देश्य था की महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिलें।
1911-1912 में पहली दफा 19 मार्च ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड तथा जर्मनी में First International Women’s Day मनाया गया United State ने 1975 में पहली बार International Women’s Day मनाया 8 मार्च 1913 में इसको स्थानांतरित कर दिया गया था और तब से यह हर 8 मार्च को मनाया जाता है।